सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) क्या है? जानें गूगल में कैसे मिलती है रैंकिंग
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एसईओ का अर्थ है सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन. यह आपके वेबसाइट के पेजों को Google और अन्य सर्च इंजन पर हाई रैंकिंग तक पहुंचाने का काम करता है.
जब लोग ऑनलाइन सर्च करेंगे तो गूगल रैंकिंग में आपकी वेबसाइट दिखने की अधिक संभावना होची है. एसईओ का उपयोग ऑर्गेनिक सर्च रिजल्ट में रैंकिंग में सुधार करने के लिए किया जाता है.
एसईओ की प्लानिंग में "ऑर्गेनिक" रैंकिंग शामिल होती है, जिसका अर्थ है कि आपको रैंकिंग की लिस्ट में शामिल होने के लिए कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है और आपकी वेबसाइट रैंक करती है.
जब कोई गूगल पर कुछ भी सर्च करता था तो सबसे ऊपर नंबर 1 पर लोगों को विकिपीडिया वेबसाइट दिखती थी, लेकिन अब नहीं दिखती है.
भुगतान किए गए विज्ञापन, जैसे पीपीसी विज्ञापन, कंपनियों को Google की रैंकिंग में टॉप पर बैठने के लिए भुगतान की सुविधा देते हैं.
निःशुल्क ट्रैफिक प्राप्त करने के बजाय आपको हर बार जब कोई आपके विज्ञापन पर क्लिक करता है तो भुगतान करना होचा है.
SEO करने का मतलब यह नहीं है कि आप PPC विज्ञापन नहीं चला सकते. अधिकांश कंपनियां SEO और PPC दोनों अभियान चलाना चुनती हैं ताकि अधिक ट्रैफिक मिले.
एसईओ के जरिए आप अपनी वेबसाइट या फिर अपने पोस्ट को सर्च इंजन में हाई रैंकिंग दे सकते हैं, लेकिन आपको पहले यह समझना होगा कि सर्च कैसे काम करती है. यही इस लेख का अंतिम लक्ष्य है.
आप Google पर हाई रैंकिंग पाने के लिए अपनी वेबसाइट या पोस्ट का ऑप्टिमाइजेशन करें और अपनी पोस्ट पर लोगों का अधिक ध्यान आकर्षित करें.