Vastu Tips for Home Name Plate : हिन्दू धर्म में जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाने के लिए वास्तु के नियमों का पालन करना बेहद शुभ माना गया है. मान्यता है कि वास्तु नियम के मुताबिक घर में चीजों को व्यवस्थित ढंग से रखने और सजाने पर घर की पॉजिटिविटी बढ़ती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. व्यक्ति को लव, करियर, फाइनेंस और हेल्थ समेत जीवन की सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है और पारिवारिक जीवन में खुशियां आती हैं.
वास्तु के अनुसार, घर के बाहर लगे नेम प्लेट का भी परिवार के सदस्यों पर गहरा प्रभाव पड़ता है. इसलिए नेमप्लेट लगाते समय वास्तु की कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. आइए जानते हैं घर में कैसा नेम प्लेट लगाना चाहिए और वास्तु से जुड़े नियम…
नेम प्लेट से जुड़े वास्तु के नियम :
वास्तु के अनुसार, घर के बाहर आयताकार नेमप्लेट लगाना चाहिए.
गोलाकार या त्रिकोणीय आकार का नेम प्लेट लगाने से बचना चाहिए.
नेमप्लेट पर लिखे हुए शब्द धुंधले न हों. सभी शब्द स्पष्ट नजर आने चाहिए.
वास्तु में घर के बाहर उत्तर या पूर्व की दिशा नेम प्लेट लगाने की उत्तम दिशा मानी गई है.
इसके अलावा ईशान कोण में भी नेम प्लेट लगा सकते हैं.
वास्तु में नेम प्लेट को मेनगेट के दाएं तरफ लटकाना शुभ माना गया है.
इस बात का खास ध्यान रखें कि नेम प्लेट टूटा-फूटा या उसमें छेद न हों.
नेम प्लेट पर भगवान गणेश या स्वास्तिक का चिन्ह होना बेहद शुभ होता है.
नेम प्लेट की पॉलिश उतर जाएं या टूट जाएं, तो इसे तुरंत हटा दें.
वास्तु के अनुसार, नेम प्लेट की साफ-सफाई का भी खास ध्यान रखना चाहिए.
आप तांबे, स्टील या पीतल की धातु का नेम प्लेट घर में लगा सकते हैं.
मान्यता है मुख्यद्वार पर प्लास्टिक या पत्थर से बना नेम प्लेट नहीं लगाना चाहिए.
सफेद, पीला और केसरिया रंग से मिले-जुले रंगों का नेम प्लेट लगाना अच्छा माना जाता है.
ध्यान रखें कि नेम प्लेट के पीछे मकड़ी का जाल, छिपकली या चिड़िया का वास नहीं होना चाहिए.