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भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन का ये है इतिहास, विश्व धरोहर स्थल में भी हैं शामिल

Oldest Railway Station: रेल को भारत की लाइफलाइन कहा जाता है. वैसे भी भारत में रेल का इतिहास सैंकड़ों साल पुराना बताया जाता है. भारत में रेलवे की शुरूआत करने का श्रेय लॉर्ड डल्हौज़ी को जाता है. साल 1853 में बॉम्बे से ठाणे तक पहली रेल चलाई गई थी. इसके इतिहास को देखते ही भारत के रेलवे स्टेशन को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल किया गया है.

खैर, समय बदलने के साथ भारतीय रेलवे भी अपग्रेड हो गई है. लेकिनक्या आप जानते हैं, आज भारत में कुल स्टेशनों की कितनी संख्या है? इसके अलावा, भारत का सबसे पहला या सबसे पुराना स्टेशन कौन सा है? चलिए आज आपके साथ इस दिलचस्प जानकारी को साझा करते हैं.

सबसे पुराना रेलवे स्टेशन

गौर हो कि भारत में छोटे-बड़े मिलाकर सभी स्टेशनों की संख्या करीबन 7,345 से भी ज्यादा है. बात करें देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन की तो इसका नाम छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) है. मुंबई में मौजूद इस स्टेशन का डिजाइन फ्रेडरिक विलियम स्टीवन ने किया था. इसे साल 1853 में लोगों के लिए खोला गया था.साल 1878 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ और 1887 में पूरा हुआ था.

आपको ये भी बता दें कि इसे यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल किया गया है. पहले इसका नाम विक्टोरिया टर्मिनस लेकिन 2017 में इसका नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस कर दिया गया था.

हावड़ा का भी नाम

देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन की सूची में दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा का नाम आता है. ये देश के सबसे बिजी स्टेशनों में भी शामिल है. इसके अलावा, आपको जानकर हैरानी होगी कि ये देश का सबसे बड़े स्टेशन है, जहां कुल 23 प्लेटफार्म हैं. हावड़ा स्टेशन 1854 में बना था.

ये स्टेशन हैं सबसे पुराने

मुंबई और हावड़ा के बाद तीसरे नंबर पर चेन्नई का रोया पुरम स्टेशन का नाम आता है, 1856 में बनकर तैयार हुआ था. फिर चौथे स्थान पर यूपी का कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम लिया जाता है. इसे 1859 में तैयार किया गया था. इसी साल, प्रयागराज रेलवे स्टेशन का निर्माण भी किया गया था.

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