Marriage Life: लाइफ में पति-पत्नी का रिश्ता जितना मजबूत होता है, शादी के शुरूआती दिनों में उतना ही नाजुक भी होता है. एक महिला और पुरुष शादी के फेरे लेते समय सात वचन लेते हैं. इन वचनों में वह हर सुख दुख में एक दूसरे का साथ देना का वादा करते हैं लेकिन असल जिंदगी में दो लोगों का एक साथ रहना, एक दूसरे को समझना इतना आसान नहीं होता है. आपकी कई छोटी-बड़ी कई बातें आपके साथी के मन में नाराजगी पैदा कर सतती हैं और रिश्ते में दरार डाल सकती है.
चाणक्य नीति के अनुसार, महिलाएं खास कर बातों बातों में वह बातें कह जाती है, जिससे उनके रिश्ते में दरार आ जाती है. रिश्ते को मजबूत बनाने और किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए पत्नियों को पति के सामने भूल से भी कुछ काम नहीं करने चाहिए. पत्नियों को अपने पति से बात करते समय कुछ बातों को खास ध्यान रखें, क्योंकि शादी को अटूट रिश्ता कहा जाता है, लेकिन ये रिश्ता कुछ छोटी-मोटी चीजों के कारण हमेशा के लिए बर्बाद हो जाता है.
भूल से भी न करें बुराई
चाणक्य नीति के अनुसार, शादी के बाद महिलाओं को अपने पति या ससुरालवालों के सामने मायके की तारीफ नहीं करनी चाहिए और अपने पति के सामने सास ससुर, ननद या देवर किसी की भी बुराई नहीं करनी चाहिए. इससे आपके पति को अच्छा नहीं लगेगा. पति से बार-बार ससुरालवालों की चुगली करना अच्छी बात नहीं होती है. इससे पति के रिश्ते में दरार पड़ सकती है.
झूठ और गुस्सा
चाणक्य नीति के अनुसार, पति और पत्नी को एक दूसरे से झूठ बोलने से बचना चाहिए. अगर आप एक दूसरे से झूठ बोलेंगे तो बेवजह शक बढ़ेगा, जिससे रिश्ते में खटास आएगी. शादीशुदा लाइफ में गुस्सा शब्द को भूल जाना चाहिए, क्योंकि गुस्से में इंसान ऐसी बातें एक दूसरे को बोल देता हैं, जिसे बाद में पछताना पड़ता है. गुस्से में मनुष्य कोई भी बड़ा फैसला जल्दबाजी में कर लेता है.
अंहकार और बेवजह खर्च
अंहकार के होने से पति और पत्नी एक दूसरे को कम आंकते हैं और यही रिश्तें खत्म होने की सबसे बड़ी वजह बनता है. पति और पत्नी को अंहकार हमेशा दूर रखना चाहिए और गलती होने पर एक दूसरे को बिना देरी के माफ कर देना चाहिए. पति और पत्नी को बेवजह पैसा खर्च करने से बचना चाहिए. फालतु खर्च या बुरी आदत की वजह से पैसा को पानी की तरह नहीं बहाना चाहिए. ऐसा करने पर पति और पत्नी के बीच झगड़े की संभावनाएं बढ़ती हैं.
इस बात का रखें खास ध्यान
चाणक्य नीति कहती हैं कि पति और पत्नि को अपनी पर्सनल बातें अपने तक ही सीमित रखनी चाहिए. उन्हें अपनी पर्सनल बातें किसी और के साथ नहीं बतानी चाहिए. दांप्तय जीवन में अगर कोई खुशी चाहता है तो वे अपनी बातें किसी और को कभी न बताएं, चाहे सामने वाला उसका कितना भी करीबी दोस्त क्यों न हो. शादीशुदा रिश्ते में पति और पत्नी को कुछ चीजें करने से बचना चाहिए. अगर कुछ बातों को करने से सही वक्त पर नहीं रोका गया तो पति और पत्नि का रिश्ता हमेशा के लिए बर्बाद हो सकता है.